Coronavirus में सबसे ज्यादा सर्च किया गया इम्यूनिटी शब्द, जानिए क्या होता है इम्यूनिटी

Coronavirus महामारी शुरू होने के बाद जिस शब्द की सबसे अधिक चर्चा हुई है वह है इम्यूनिटी यानि इंसान का प्रतिरक्षा तंत्र. इम्यूनिटी शब्द का जितना विज्ञान में इस्तेमाल होता है, उससे कहीं अधिक आम बोलचाल में हो रहा है.
वैज्ञानिकों और डॉक्टरों से अलग आम जन इन शब्दों को ढीले-ढाले ढंग से प्रयोग करता है. आपको बार-बार ज़ुकाम होता है? लगता है आपकी प्रतिरोधक क्षमता कम है.
आप को कमजोरी महसूस होती है? डॉक्टर से अपनी इम्यूनिटी की जांच कराइए और पूछिए कि इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए क्या खाएं, कैसे रहें, कैसा जीवन जिएं.
शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र यानी इम्यून सिस्टम इस अपने और पराए के भेद को बहुत भली-भांति जानता है. उदाहरण के लिए, मनुष्य के शरीर की प्रतिरक्षक कोशिकाओं को पता चल जाता है कि अमुक कोशिका अपने रक्त की है और अमुक बाहर से आया जीवाणु है.
ऐसा होते ही वह अपने परिवार की रक्त-कोशिका से अलग बर्ताव करता है और बाहर से आयी जीवाणु-कोशिका से अलग. यह भिन्न-भिन्न बर्ताव प्रतिरक्षा-तंत्र के लिए बेहद जरूरी है. जब तक पहचान न हो सकेगी, रक्षा भला कैसे होगी.
यह ध्यान रखना चाहिए कि जिस तरह से कोई केवल पढ़ने से पास नहीं हो सकता, उसी तरह केवल कोशिश करने से इम्यून सिस्टम को मज़बूत नहीं किया जा सकता है. क्योंकि पढ़ना पास होने की कोशिश है, पास होने की गारंटी नहीं.
उसी तरह प्रतिरक्षा-तंत्र को सही रख कर, ठीक से सो कर, नशा न करके, तनाव से दूर रहकर व व्यायाम द्वारा स्वस्थ रहने की कोशिश की जा सकती है. व्यक्तिगत और सार्वजनिक पर्यावरण को यथासम्भव स्वस्थ रखना ही प्रतिरक्षा-तंत्र के सुचारु कामकाज के लिए हमारा योगदान हो सकता है. आनुवंशिकी तो फिर जैसी है, वैसी है ही.